सुबह को बनाएं शानदार: 5 आसान आदतें जो दिनभर रखेंगी आपको एक्टिव
सुबह की इन 5 आसान आदतों से आप पूरे दिन को बेहतर बना सकते हैं—सॉफ्ट अलार्म, हल्की एक्सरसाइज, माइंडफुलनेस, हेल्दी ब्रेकफास्ट और फोकस्ड प्लानिंग।
सुबह की इन 5 आसान आदतों से आप पूरे दिन को बेहतर बना सकते हैं—सॉफ्ट अलार्म, हल्की एक्सरसाइज, माइंडफुलनेस, हेल्दी ब्रेकफास्ट और फोकस्ड प्लानिंग।
2025 में लोग फिर से प्रकृति की ओर लौट रहे हैं। तुलसी, अश्वगंधा और गिलोय जैसी जड़ी-बूटियाँ अब रोज़मर्रा की ज़िंदगी में दोबारा इस्तेमाल होने लगी हैं। चाहे तनाव हो, पाचन की समस्या हो या इम्युनिटी बढ़ानी हो
कुछ ऐसा पीना चाहते हैं जो पाचन, त्वचा, इम्युनिटी और वज़न – सबके लिए फायदेमंद हो? तो एक बार जरूर आज़माइए पुदीना-सौंफ का पानी! बनाना आसान है और इसमें भरे हैं ढेरों नेचुरल हेल्थ बेनिफिट्स।
ज़ीरो वेस्ट हैक्स सिर्फ एक फैशन नहीं हैं, बल्कि हमारी छाप को हल्का करने का एक आसान तरीका हैं। जब एक-बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक हर कोने में दिखाई देते हैं, तो इन छोटे-छोटे बदलावों से बड़ा फर्क पड़ता है। चाहे आप शहर के फ्लैट में रहते हों या छोटे कस्बे में, ये उपाय आपको […]
तेज़ी से सीखने के 10 स्मार्ट तरीकों को जानिए, जिनमें शामिल हैं साइंटिफिक तरीके जैसे स्पेस्ड रिपिटीशन और एक्टिव रिकॉल। ये टिप्स स्टूडेंट्स और हर उम्र के सीखने वालों के लिए एकदम परफेक्ट हैं!
क्या आपको लगता है कि प्रोटीन महंगा होता है? बिलकुल नहीं! दाल से लेकर मूंगफली तक, जानिए कैसे बिना महंगे पाउडर के आप रोज़ के खाने में सस्ता और सेहतमंद प्रोटीन शामिल कर सकते हैं।
क्या आपको बेहतर स्टैमिना चाहिए, चमकती त्वचा चाहिए या पाचन को ठीक करना है? तो एक गिलास चुकंदर का जूस शायद आपकी सारी दिक्कतों का हल हो सकता है। 2025 में भी ये जूस भारतीय लोगों के लिए हेल्थ का टॉप चॉइस बना हुआ है – और इसका कारण भी सीधा है।
ऐलन मस्क की ज़िंदगी को आकार देने वाली 10 बेहतरीन किताबों को जानिए – साइंस फिक्शन से लेकर बायोग्राफी तक, जो इनोवेशन और लीडरशिप की गहरी समझ देती हैं। ये किताबें हर सपने देखने वाले और एंटरप्रेन्योर के लिए प्रेरणा का खज़ाना हैं।
बीटीएस भले ही एक कोरियाई बैंड हो, लेकिन उनके शब्द घर के बहुत करीब होने का एहसास कराते हैं, खासकर तब जब आपने कभी दबाव का सामना किया हो, खोया हुआ महसूस किया हो, या बस किसी ऐसे व्यक्ति की ज़रूरत हो जो कहे कि “आप ठीक हो जाएँगे।” भारत में, जहाँ लक्ष्यों का पीछा […]